FAQ

Fee and Procedure for patent renewal in India - India’s Patent Act mandates patent holders to pay renewal or maintenance fee for keeping their patents in force for the entire term. Like most countries, patents in India are granted for a period of 20 years from the date of filing of the application, and international filing date in case Continue Reading
Trademark registration fees in India - trademark registration fees in india Trademark registeration cost in india Government fees for trademark registeration in India is Rs. 4,500/- in case of Individual/ Startup/ Small Enterprise and 9,000/- in all other cases and trademark attorney professional fees extra which ranges from 3500 to 15000 per application.
How to Register Trademark For my Brand in India - How to Register Trademark For my Brand in India भारत मे ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन के लिए प्रक्रिया प्रारंभ हमे हमारे ईमेल पते trademark@siddhast.com निम्लिखित जानकारी भेजें चिन्ह या नाम जिसका आप ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन कराना चहते हैं वस्तु या व्यापार जिसके लिए आप एब ट्रेडमार्क लेना चाहते है या उन वस्तु के Continue Reading
India Trademark registration process and procedure - भारत मे ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन के लिए प्रक्रिया प्रारंभ हमे हमारे ईमेल पते trademark@siddhast.com निम्लिखित जानकारी भेजें चिन्ह या नाम जिसका आप ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन कराना चाहते हैं वस्तु या व्यापार जिसके लिए आप एब ट्रेडमार्क लेना चाहते है या उन वस्तु के नाम जिन पर आप यह trademark लगा कर बेचेंगे Continue Reading
India Trademark Registration Online - Trademarks in India are registered by the Controller General of Patents Designs and Trademarks, Government of India.Trademarks are registered under the Trademark Act, 1999. any individual or company which possess class 2 or class 3 digital signature can file trademark online.
What do you mean by “Send To Vienna Codification” trademark status - Viennna code are assigned to figurative element in trademark application according to the Vienna Agreement as per the link below: http://www.wipo.int/classifications/nivilo/vienna/index.htm# Vienna codification is done so that trademark searches can be conducted for artwork/logo. Therefore when trademark application is under process of assigning of Vienna Codification the status of trademark Continue Reading
When i can use ® symbol? - You can use ® (Registered symbol) after your trademark is registered and registration certificate is issued to you.
How much time it take to register a trademark in india? - Trademark Registration takes around 9 months months to obtain registration when there is no objections or oppositions. The trademark application number is usually issued within one or 2 days after filing trademark application with Indian patent and trademark office.
ट्रेडमार्क ऑनलाइन - आप ट्रेडमार्क पंजीकरण ऑनलाइन कर सकते हैं । अधिक जानकारी के लिए हम से संपर्क करें
लोगो और ट्रेडमार्क में क्या अंतर है - जब किसी लोगो या चिन्ह का व्यापार में वस्तु या सेवा को चिन्हित करने में इस्तेमाल किया जाने लगता है तब वह लोगो या चिन्ह ट्रेडमार्क या व्यपरचिन्ह कहलाने लगता है
लोगो का कॉपीराइट या ट्रेडमार्क क्या कराना चाहिए - आपको अपने लोगो का ट्रेडमार्क एवम कॉपीराइट दोनो कराना चाहिए।
What is a Patent Agent? - In India, only a registered patent agent is permitted under the Patent Act to represent applicants before the Patent Office in obtaining patent protection. A patent agent is not a lawyer always although many agents are also lawyers. The role of a patent agent begins when an invention is first conceived. The Continue Reading
How to Become a Indian Patent Agent - Steps to become an Indian patent agent are: Step 1: Verify that you meet the prerequisites You must possess valid engineering or a science degree The India Intellectual Property Office (IPO or CGPTDM) administers the Examination and maintains the Register of Patent Agents in accordance with the official rules. Office Continue Reading
ट्रेडमार्क जर्नल में ट्रेडमार्क आवेदन का प्रकाशन - ट्रेडमार्क आवेदन का प्रकाशन ट्रेडमार्क जर्नल में
ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट - ट्रेडमार्क आवेदन के प्रकाशन उपरांत अगर 4 महीने तक उस आवेदन पर कोई आपत्ति या विरोध दर्ज नही होता है तो टर्डेमार्क कार्यालय द्वारा आपको पंजीकरण प्रमाण पत्र उपलब्ध करा दिया जाता है। आजकल ट्रेडमार्क पंजीकरण प्रमाणपत्र ऑनलाइन दिया जाता है। जब आपको आपके मार्क का प्रमाण पत्र मिल जाये Continue Reading
ट्रेडमार्क नवीनीकरण - ट्रेडमार्क पंजीकरण आवेदन तारीख़ के 10 वर्ष बाद करना होता है
ट्रेडमार्क सर्च - ट्रेडमार्क खोज या ट्रेडमार्क सर्च यह सुनिश्चित किया जाता है कि आपके द्वारा जो चिन्ह या नाम का आवेदन होना है वो पूर्व में दर्ज किये गए trademark से मिलता तक नही है। यह कार्य विशेषज्ञों द्वारा निष्पादित किया जाता है। जिसमे तकरीबन 1एक कार्य दिवस लग जाता है। आप Continue Reading
पेटेंट क्या है? - पटेंट एक्सव अधिकार है जो कि नए अविष्कार के लिए राज्य प्रदान करता है। अविष्कार की प्रथम पूर्ण एवम सही घोषणा करने के एवज में राज्य निश्चित अवधि के लिए पेटेंट देते हैं। राज्य(सरकार) को नए अविष्कार की जानकारी मिल जाती है व पेटेंट धारक को निश्चित अवधि के लिए Continue Reading
भारत देश के बौद्धिक संपदा अधिकार अधिनियम - भारतवर्ष मे निम्न आठ अधिनियम के अन्दर बौद्धिक सम्पदा अधिकार सुरक्षित किये गये हैं The Biological Diversity Act, 2002 The Copyright Act, 1957 (कॉपीराइट) The Design Act, 2000. The Geographical Indications of Goods (Registration and Protection) Act, 1999. The Patents Act, 1970. The Protection of Plant Varieties and Farmers' Rights Continue Reading
कॉम्प्यूटर प्रोग्राम से सम्बंधित भारत देश के पेटेंट कानून - भारतवर्ष में पेटें‍ट अधिनियम की धारा ३ को २००२ संशोधन के द्वारा संशोधित किया गया है। इसने पेटेंट अधिनियम में धारा ३ (K) को प्रतिस्थापित किया है। इसमें गणित, व्यापार के तरीकों, कं‍प्यूटर प्रोग्राम अकेले में (Computer Programmer per se), अल्गोरिथम को अविष्कार नहीं माना गया है। यानि कि यह Continue Reading
क्या कंप्यूटर प्रोग्राम को पेटेंट किया जा सकता है? - कं‍प्यूटर प्रोग्राम, औद्योगिक प्रक्रिया के साथ हो तो उसे पेटेंट कराया जा सकता है कि नहीं, इस सम्बन्ध में सबसे चर्चित और शायद सबसे विवादित मुकदमा डार्ह केस (Diamond Vs. Diehr, (1981) 450 U.S.. 175: 67 L.E.D. 2d घ/55) है। इस मुकदमे में जिस आविष्कार को पेटंट कराया जा रहा Continue Reading
पेटेंट आवेदक के अधिकार ? - पेटेंट एक सम्पत्ति है जो कि विरासत में प्राप्त की जा सकती है। पेटेंट आवेदक उसे किसी और को दे (assign) सकता है, या बन्धक रख सकता है। यदि दूसरे लोगों ने पेटें‍ट आवेदक से लाइसेंस न लिया हो तो, पेटेंट आवेदक उन्हें अपने पेटेंट का प्रयोग करने से या Continue Reading
पेटेंट किन अविष्कारों के लिए दिया जाता है? - पेटेंट नए प्रक्रिया या उत्पाद आविष्कार को दिया जाता है, जो कि औद्योगिक उपयोजन (Industrial application) के योग्य हों। अविष्कार नवीन एवं उपयोगी होने चाहिये । आविष्कार उस कला में निपुण व्यक्ति के लिए प्रत्यक्ष (Obvious) नही होना चाहिए। आविष्कार को भारत के पेटेंट अधिनियम की धारा 3 के प्रकाश Continue Reading
सरकार पेटेंट क्यो देती है? - अविष्कार की सही ओर प्रथम घोषणा (जानकारी) करने के एवज में सरकार निश्चित अवधि (20वर्ष) के लिए पेटेंट देते हैं। एक तरफ राज्य(सरकार) को नए अविष्कार की जानकारी मिल जाती है व दूसरी तरफ पेटेंट धारक को निश्चित अवधि के लिए एक्सव अधिकार |
पेटेन्ट एजेन्ट से क्या तातपर्य है - पेटेन्ट एजेन्ट भारतीय पेटेन्ट कार्यालय में पंजीकृत व्यक्ति होता है, और पेटेन्ट कार्यालय द्वारा आयोजित परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद उसका नाम पेटेन्ट एजेन्ट रजिस्टर में दर्ज़ किया जाता है। वह निम्नलिखित के लिए पात्र होता है— (a) नियंत्रक के यहाँ प्रैक्टिस करना और (b)सभी दस्तावेज दैयार करना, समस्त कार्य Continue Reading
पेटेन्ट आवेदन के लिए पंजीकृत पेटेन्ट एजेन्ट की सेवाएँ लेना क्या जरूरी है? - नहीं। पेटेन्ट कानून के अंतर्गत पेटेन्ट के लिए आवेदन करने के लिए किसी पंजीकृत पेटेन्ट एजेन्ट की सेवाएँ लेना जरूरी नहीं है। आवेदक अपने-आप या पेटेन्ट एजेन्ट के माध्यम से आवेदन जमा करने के लिए स्वतंत्र है। किन्तु यदि कोई आवेदक भारत का नागरिक न हो तो उसे या तो Continue Reading
पेटेन्ट कार्यालय पेटेन्ट की खोज करने अथवा पेटेन्ट आवेदन तैयार करने में आवेदक की क्या मदद करता है? - नहीँ। पेटेन्ट कार्यालय पेटेन्ट की खोज करने अथवा पेटेन्ट आवेदन तैयार करने में आवेदक की कोई मदद नही करता है। आवेदक आवेदन तैयार करने के लिए पेटेंट एजेंट की मदद ले सकता है या आवेदक पटेंट आवेदन जमा करने की विधि पेटेंट आफिस की वेबसाइट से देख सकता है। पेटेन्ट Continue Reading
पेटेन्ट एजेन्टों द्वारा अपनी सेवाओं के लिए वसूले गए शुल्क का पता क्या पेटेन्ट कार्यालय को होता है? - नहीं। यह आवेदक और पेटेन्ट एजेन्ट के बीच का मामला है। पेटेन्ट एजेन्ट जो शुल्क लेता है उसका पता पेटेन्ट कार्यालय को नहीं होता है।.
पेटेंट किस चीज का हो सकता है ? - नया अविष्कार चाहे वो कोई उत्पाद हो या वो कोई नई परिक्रिया हो उसका पटेंट हो सकता है । हर देश मे पेटेंट कराने के मापदण्ड अलग अलग है। जैसे भारत मे सॉफ्टवेयर को पेटेंट नही करसकते। किसी आविष्कार को पेटेंटयोग्य सामग्री होने के लिए निम्नलिखित मानदंड पूरे करने चाहिए Continue Reading
क्या भारत के बाहर या विदेश में पेटेन्ट के लिए आवेदन जमा करने के लिए पेटेन्ट कार्यालय से पूर्व अनुमति लेना अनिवार्य है? - व्यक्ति को निम्नलिखित परिस्थितियों में पेटेन्ट कार्यालय से पूर्व अनुमति लेना अपेक्षित हैः क)आवेदन अनिवासी भारतीय हो और आविष्कार भारत में हुआ हो, ख) आवेदक विदेश में पेटेंट-आवेदन जमा करने से पहले भारत में आवेदन करना नहीं चाहता हो, ग) यदि आवेदक भारतीय नागरिक हो तो पेटेन्ट का आवेदन भारत Continue Reading
पेटेंट आवेदक को पेटेंट कार्यालय की पूर्व अनुमति किन परिस्थितियों में लेना आवश्यक है? - आवेदक को निम्नलिखित परिस्थितियों में पेटेन्ट कार्यालय से पूर्व अनुमति लेना अपेक्षित हैः क)आवेदन अनिवासी भारतीय हो और आविष्कार भारत में हुआ हो, ख) आवेदक विदेश में पेटेंट-आवेदन जमा करने से पहले भारत में आवेदन करना नहीं चाहता हो, ग) यदि आवेदक भारतीय नागरिक हो तो पेटेन्ट का आवेदन भारत Continue Reading
पेटेंट स्थगन के बाद पेटेन्ट को रिस्टोर कब किया जा सकता है? - पेटेन्ट के स्थगन के 18 महीने के भीतर उसके रिस्टोरेशन के लिए अनुरोध किया जा सकता है। सथा में निर्धारित शुल्क जमा करना होता है। अनुरोध मिलने के बाद मामले को आगे की कार्रवाई के लिए सरकारी जर्नल में अधिसूचित किया जाता है।
क्या पेटेन्ट आवेदक पेटेंट नवीकरण शुल्क एकमुश्त अदा कर सकता है या उसे यह शुल्क हर वर्ष ही देना होगा? - पेटेंट आवेदक के पास दोनो विकल्प होते है। वो रकम एक मुश्त भी जमा कर सकता है यवः हर साल भी जमा कर सकता है
पेटेन्ट मिलने के बाद पेटेन्ट करानेवाले को ओर क्या करना होता है? - पेटेन्ट मिलने के बाद हर पेटेन्ट करानेवाले को प्रत्येक वर्ष अनुसूची में निर्धारित नवीकरण शुल्क अदा करके पेटेन्ट कायम रखना होता है। पहले दो वर्ष तक कोई नवीकरण शुल्क नहीं होता। नवीकरण शुल्क तीसरे वर्ष और उसके पश्चात् देय होता है। नवीकरण शुल्क अदा नहीं करने पर पेटेन्ट स्थगित हो Continue Reading
पेटेन्ट आवेदन करने के लिए व्यक्तियों अथवा कंपनियों या संस्था द्वारा अदा किए जानेवाले शुल्क की राशि में क्या कोई अंतर है? - हां पेटेन्ट आवेदन करने के लिए व्यक्तियों अथवा विधिक सत्ताओं द्वारा अदा किए जानेवाले शुल्क की राशि में अंतर है। अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए हम से patent@siddhast.com पर संपर्क करें
पेटेन्ट कितने वर्ष तक के लिए मान्य होता है? - भारत में हर पेटेन्ट , पेटेन्ट आवेदन जमा करने की तारीख से 20 वर्ष तक के लिए मान्य होता है, चाहे वह अनन्तिम रूप से जमा किया गया हो या पूरे ब्यौरों के साथ। किन्तु पीसीटी के अंतर्गत जमा किए गए आवेदनों के मामले में 20 वर्ष की अवधि अंतरराष्ट्रीय Continue Reading
किसी आविष्कार का पेटेंट हुआ या नहीं कैसे जाने ? - आविष्कार पेटेन्टे है या नहीं यह जानकारी पेटेन्ट कार्यालय की वेबसाइट पर भारतीय पेटेन्ट डाटा बेस में उपलभ्ध रहती है। यह जानकारी पेटेन्ट कार्यालय द्वारा हर सप्ताह जारी जर्नल में अथवा पेटेन्ट कार्यालय के सर्च व रिफरेन्स रूम में रखे दस्तावेजों को देख कर भी पता लगाई जा सकती है। Continue Reading
क्या पेटेन्ट को वाणिज्यिक रूप से इस्तेमाल करना जरूरी होता है। - सभी देशों के अलग अलग पेटेंट कानून हैं । भारत मे यह कानून है पेटेन्ट को वाणिज्यिक रूप से इस्तेमाल करने की जानकारी पेटेंट कार्यालय को प्रतिवर्ष जमा करनी होती है । भारत का पेटेन्ट कार्यालय ऐसे पेटेन्टों की सूची जो कि वाणिज्यिक रूप से इस्तेमाल नहीं होते नियमित प्रकाशित Continue Reading
क्या पेटेन्ट कार्यालय पेटेंटेड उत्पाद के ग्राहक ढूंढने में मदद करता ह क्याै ? - पेटेन्ट कार्यालय पेटेंटेड उत्पाद के ग्राहक ढूंढने में कोई मदद नही करता है। पेटेन्ट के वाणिज्यीकरण में पेटेन्ट कार्यालय की कोई भूमिका नहीं होती। किन्तु पेटेन्ट के संबंध में जानकारी पेटेन्ट कार्यालय के जर्नल में छापी जाती है और पेटेन्ट कार्यालय की वेबसाइट पर भी डाली जाती है, जो पूरी Continue Reading
पेटेन्ट मिलने से पहले किसी उत्पाद पर “पेटेन्ट लंबित” या “पेटेन्ट आवेदित” या “पेटेंट पेंडिंग”अंकित करना कितना उपयोगी है? - पेटेन्ट के लिए आवेदन जमा करने के बाद किसी उत्पाद पर "पेटेन्ट लंबित" या "पेटेन्ट आवेदित" या "पेटेंट पेंडिंग" अंकित करने का आशय जनता को सूचित करना है कि पेटेन्ट के लिए आवेदन पेटेन्ट कार्यालय में लंबित है। किन्तु इन शब्दों का कोई विधिक महत्त्व नहीं है। पेटेन्ट मिलने के Continue Reading
विभिन्न ट्रेडमार्क वर्ग क्या हैं? - ट्रेडमार्क रजिस्ट्री ने 45 वर्गों के अंतर्गत माल और सेवाएं वर्गीकृत की हैं। वस्तुओं / सेवाओं के वर्ग / कक्षाओं को सही तरीके से एक आवेदन में उल्लिखित किया जाता है एवम ट्रेडमार्क केवल उन वर्गों के अंतर्गत पंजीकृत होता है। ट्रेडमार्क खोज करते समय आपको केवल तभी चिंतित होना Continue Reading
ट्रेडमार्क उपलब्धता की जांच कैसे करें? - ट्रेडमार्क नाम की खोज आप http://tmfinder.siddhast.com पर भारत मे रेजिस्टर्ड ट्रेडमार्क में खोज सकते है । हमारी कम्पनी सिद्धस्त भी एक ट्रेडमार्क चेकर के रूप में कार्य करती है।
मेरी कंपनी का नाम पहले से ही कंपनी अधिनियम के तहत पंजीकृत है, तो क्या मुझे भी फिर से कम्पनी नाम के लिए ट्रेडमार्क पंजीकरण की आवश्यकता है? - कंपनी या डोमेन पंजीकरण आपकी ब्रांड पहचान की रक्षा नहीं करता है। आपकी कंपनी की पहचान को सुरक्षित रखने के लिए, आपको ट्रेडमार्क पंजीकरण प्राप्त करना होगा।
पंजीकृत व्यापार चिह् या ट्रेडमारक क्या दुनिया भर में वैध होगा? - नहीं! ट्रेडमार्क अधिनियम 2000 के तहत पंजीकृत ट्रेडमार्क केवल भारत में मान्य है लेकिन कुछ अन्य देशों में, उन देशों में ट्रेडमार्क दर्ज करने के लिए उसका आधार के रूप में उपयोग किया जा सकता है।
ट्रेडमार्क और कॉपीराइट के बीच क्या अंतर है - ट्रेडमार्क और कॉपीराइट के बीच क्या अंतर है ट्रेडमार्क यानी व्यापार चिन्ह एक बौद्धिक संपदा है जिसे किसी शब्द या चिन्ह को सौंपा जाता है लेकिन दूसरी ओर, कॉपीराइट आपको अपनी अनूठी सामग्री जैसे कि किताबें, संगीत, वीडियो, गीत या सॉफ़्टवेयर के लिए सुरक्षा प्रदान देता है।
ट्रेडमार्क के साथ ™ का उपयोग कब कर सकता हूं? - ट्रेडमार्क आवेदन जमा करने के उपरांत आप tm का उपयोग कर सकते हैं
ट्रेडमार्क की वैधता क्या है? ट्रेडमार्क कब तक वैध होता है। ट्रेडमार्क नवीनीकरण कब कराना होता है। - ट्रेडमार्क सीमित अवधि यानी 10 वर्षों के लिए वैध है।लेकिन यह अनिश्चित समय तक नवीनीकरण कराया जा सकता है। आपको हर बार ट्रेडमार्क नवीनीकरण के लिए शुल्क का भुगतान करना होता है
ट्रेडमार्क क्लास क्या है - ट्रेडमार्क रजिस्ट्री ने 45 वर्गों के अंतर्गत माल और सेवाएं वर्गीकृत की हैं। आपके आवेदन में माल / सेवाओं के वर्ग / कक्षाओं का उल्लेख होना चाहिए।ट्रेडमार्क केवल उन वर्गों के अंतर्गत पंजीकृत होगा
FAQ -
अलग अलग ट्रेडमार्क प्रतीक क्या होते है TM SM ओर R में क्या अंतर है - 'टीएम' TM प्रतीक यह लोगों को ब्रांड पर आपके विशिष्ट दावे के बारे में सूचित करता है। जस आप टर्डेमार्क पंजीकरण के पूर्व एवम टर्डेमार्क आवेदन के बाद लगा सकते हैं। 'एसएम' SM प्रतीक यह एक तरह का ट्रेडमार्क है जो सेवा चिह्न है, लेकिन यह एक उत्पाद के बजाय Continue Reading
ट्रेडमार्क किसके नाम पर लेना चाहिये अपने निजी नाम पर या कंपनी के नाम पर - यह बेहतर है कि आप एक व्यक्ति के रूप में ट्रेडमार्क के लिए आवेदन करें। किसी मालिक या कंपनी के मामले में, यदि आप व्यवसाय के नाम को बंद या बदलते हैं, तो आपका ट्रेडमार्क अमान्य होगा।हालांकि, व्यक्ति के मामले में, यह समस्या उत्पन्न नहीं होगी। लेकिन इस विषय पर Continue Reading
भारत मे कोन कोन ट्रेडमार्क कर सकते है ? Who can apply for trademark ? - कोई भी मालिक व्यापार चिन्ह का मालिक बन सकता है व्यक्ति कंपनी मालिक समाज यह बेहतर है कि आप एक व्यक्ति के रूप में ट्रेडमार्क के लिए आवेदन करें। किसी मालिक या कंपनी के मामले में, यदि आप व्यवसाय के नाम को बंद या बदलते हैं, तो आपका ट्रेडमार्क अमान्य Continue Reading
क्या ट्रेडमार्क किया जा सकता है? - क्या ट्रेडमार्क किया जा सकता है? शब्द एक शब्द जो सामान / सेवा के चरित्र या गुणवत्ता की सीधे वर्णनात्मक नहीं है। उदाहरण के लिए DIPRO एक शब्द है जिसे ट्रेडमार्क दिया गया है। नंबर अल्फ़ान्यूमेरिक या अक्षरों या अंकों या उसके किसी भी संयोजन उदाहरण के लिए 446 ब्रांड Continue Reading
ट्रेडमार्क पंजीकरण के लिए प्रक्रिया - ट्रेडमार्क पंजीकरण के लिए प्रक्रिया प्रारंभ हमे हमारे ईमेल पते trademark@siddhast.comनिम्लिखित जानकारी भेजें चिन्ह या नाम जिसका आप ट्रेडमार्क कराना चाहते हैं वस्तु या व्यापार जिसके लिए आप एब ट्रेडमार्क लेना चाहते है या उन वस्तु के नाम जिन पर आप यह trademark लगा कर बेचेंगे चरण 1: ट्रेडमार्क खोज Continue Reading
ट्रेडमार्क फ़ाइल करने के पैकेज में क्या क्या सेवा सम्लित हैं - हमारे ट्रेडमार्क फ़ाइल करने के स्टार्टअप पैकेज में निम्लिखित सामिल है परामर्श आवेदन की तैयारी नाम खोज और अनुमोदन आवेदन फाइलिंग उसी दिन फाइलिंग सरकारी शुल्क सरकारी शुल्क4,500 रुपये जीएसटीरुपये 270 टीएम आवेदन फाइलिंग + प्रारूपण (हमारी फीस)रु 1,4 9 9कुल लागत 6,26 9 रुपये
पंजीकृत ट्रेडमार्क व व्यापार चिन्ह के फायदे - पंजीकृत ट्रेडमार्क व्यवसाय के लिए एक अमूर्त संपत्ति है और इसका उपयोग किसी ब्रांड में कंपनी के निवेश की रक्षा के लिए किया जाता है एवं किसी दूसरे व्यक्ति या कंपनी को पंजीकृत टर्डेमार्क के इस्तेमाल को रोकने के लिए किया जाता है। ट्रेडमार्क आवेदन भारत सरकार के बौद्धिक संपदा Continue Reading
ट्रेडमार्क क्या है - मूल रूप से ट्रेडमार्क वो "ब्रांड" या "लोगो(logo)" है जिसका उपयोग आप अपने उत्पाद को अपने प्रतिस्पर्धियों(competitors) से अलग पहचान करने के लिए करते हैं । ट्रेडमार्क का आप पंजीकरण भी करवा सकते हैं जिसके माध्यम से आप अन्य लोगों को अपने पंजीकृत ट्रेडमार्क के उपयोग न करने के लिए Continue Reading
भारत मे ट्रेडमार्क स्टेटस trademark status कैसे जाने - ट्रेडमार्क का स्टेटस जाने के लिए आप इस लिंक पर क्लिक करिये https://ipindiaonline.gov.in/eregister/eregister.aspx ओर फिर ट्रेडमार्क आवेदन संख्या भरिया। आपको आपका नवीनतम ट्रेडमार्क स्टेटस यह साइट बता दे गी